जालौर सिरोही लोकसभा चुनाव को लेकर महिला शक्ति को बढ़ावा देने के लिए वैभव की पत्नी व पुत्री कर रही है प्रचार
भीनमाल. आगामी लोकसभा चावन को लेकर कांग्रेस के प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत की पत्नी व पुत्री लगातार चालू शुरू लोकसभा में प्रचार प्रसार कर रहे हैं।
इसी को लेकर भीनमाल पहुंचे इस दौरान कार्यकर्ताओं की ओर से स्वागत किया गया। देखा जाए तो पवैभव गहलोत की पत्नी हिमांशी गहलोत ने कहा कि आप मेरे पति को एक मौका दीजिए हर संभव मदद के साथ विकास करेगे और जालोर सिरोही क्षेत्र में विकास के काम गिनते गिनते थक जाएंगे मगर हमारी ओर से आपके लिए हमेशा विकास के रास्ते खुले रहेंगे। उन्होंने कहा कि आप बस वैभव गहलोत को एक मौका जरूर दें उन्होंने कहा कि मैं इस क्षेत्र में काफी दिनों से घूम रही हूं मैंने देखा है कि यहां पर पानी की गंभीर समस्या है इसको लेकर हर संभव प्रयास किया जाएगा और इस समस्या से निजात दिलाया जाएगा यह मेरी प्राथमिकता रहेगी।
उन्होंने कहा कि आप लोग सोच रहे होंगे कि हम चुनाव के बाद यहां से चले जाएंगे मगर मैं आपको बता दूं कि हम जीवन भर जालौर सिरोही क्षेत्र की सेवा करने के लिए अब यही बस गए हैं बस अब जरूरत है तो आपकी मदद की इस प्रकार उन्होंने अपने भाषण में वैभव गहलोत को वोट देने की बात कही।
वैभव गहलोत की पुत्री ने भी भीनमाल में किया सभा को संबोधित :
वैभव की पुत्री की ओर से सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे पिता वैभव गहलोत जालौर सिरोही लोकसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। मैं चाहूंगी कि आप उन्हें वोट देकर विजय बनाएं हमारा परिवार जीवन पर जालौर सिरोही लोकसभा का ऋणी रहेगा और हम इस क्षेत्र को विकास की नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कल रहेंगे रानीवाड़ा व भीनमाल के दौरे पर :
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कल 9 जनवरी को रानीवाड़ा व भीनमाल में कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेंगे इस दौरान सम्मेलन में वह आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सभा को संबोधित करेंगे।
बसपा के लाल सिंह राठौड़ ने नामांकन लिया वापस :
बसपा के लाल सिंह राठौड़ ने आखिरकार अपना नामांकन वापस लेकर कांग्रेस को समर्थन दे दिया है जानकारी अनुसार हम आपको बता दें कि लाल सिंह राठौड़ कांग्रेसी नेता लंबे समय से नाराज की के चलते बसपा का दामन धमाका उसके बाद उन्हें बसपा ने चुनाव लड़ने का भी मौका दिया जिसके चलते बसपा से टिकट लाकर वह भी जालौर सिरोही लोकसभा चुनावी मैदान में थे मगर नामांकन वापस लेने के समय उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया जिसके बाद कांग्रेस को समर्थन दिया। देखा जाए तो यह पूरा घटनाक्रम जिले भर में चर्चा का विषय रहा वहीं दूसरी तरफ बसपा के प्रभारी की ओर से लाल सिंह राठौड़ पर गंभीर आरोप लगाए। और उन्होंने कहा कि जिस तरह से लाल सिंह की ओर से बसपा के साथ छल किया गया है आगामी लोकसभा चुनाव में इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।