रानीवाड़ा पुलिस की ओर से तीन युवकों के साथ मारपीट करने के मामले में कारवाई करने की मांग
भीनमाल. रानीवाड़ा पुलिस की ओर से तीन युवकों को मारपीट करने के मामले में आईएफडबल्यूजे पत्रकार संगठन के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री व पुलिस महानिरीक्षक के नाम उप जिला कलेक्टर को ज्ञापन सोपा गया।
ज्ञापन में बताया गया कि मीडियाकर्मी के साथ इस तरह से रानीवाड़ा पुलिसकर्मियों द्वारा मारपीट से हम सभी मीडिया कर्मियों में भारी रोष है। ज्ञापन में जल्द से जल्द दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
यह रहे मौजूद :
ज्ञापन देने के दौरान शेखर व्यास, पृथ्वीराज गोयल, वचनसिंह राव, तुलसाराम माली, वरुण शर्मा, मंगलाराम जांगिड़, उत्तम गोस्वामी, हीरालाल भाटी, उत्तमसिंह राव, केवलाराम परमार, सतीश कुमार सुंदेशा,भरत सोनी सहित पत्रकार संघ के सदस्य उपस्थित रहे।
पुलिस पर गंभीर आरोप :
“आमजन में विश्वास अपराधियों में भय” यह वाक्य तो आपने हर थाने में लिखा हुआ देखा ही होगा..लेकिन सांचौर जिले में राजस्थान की भजन लाल सरकार के पुलिसकर्मियों द्वारा लोकतंत्र की हत्या का एक मामला सामने आया था। जानकारी के अनुसार रानीवाड़ा पुलिसकर्मियों ने धारा 151 का बेजा सहारा लेकर एक पत्रकार सहित तीन जनों का बेरहमी से मारपीट कर पिछवाड़ा लाल कर दिया था।
पीड़ित परेशान नहीं हो रही कारवाई :
राजस्थान में सरकार बदलते ही पुलिस की दादागिरी इस कदर देखने को मिली रही है कि आमजन का तो पुलिस से भरोसा ही उठ गया है।इधर प्रदेश के मुख्या भजनलाल शर्मा भी कहते है की पुलिस किसी व्यक्ति को बिना वजह परेशान नहीं करेगी और करती है तो उन लोगों पर शक्ति से कार्रवाई भी की जाएगी। लेकिन यह सिर्फ एक जुमला साबित हो रहा है।
दरअसल ताजा मामला सांचौर जिले की रानीवाड़ा थाने का है जहां रानीवाड़ा पुलिस 18 फ़रवरी को रात्रि करीब 10:30 बजे रानीवाड़ा बाईपास पहुंचती है।उस दौरान बायपास रोड पर भरत कुमार सोनी जो की एक नेशनल चैनल (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया) का पत्रकार है,भीनमाल निवासी खड़ा था और सड़क पर खडे भरत कुमार सोनी व उनके दो भाइयों को धारा 151 गिरफ्तार कर थाने ले आई।फिर पुलिस वालों ने उनके साथ पूरी रात बारी-बारी से बेरहमी से मारपीट की।
पीड़ित भरत कुमार ने बताया कि रानीवाड़ा पुलिस धारा 151 में मुझे गिरफ्तार कर थाने ले आती है और फिर शराब पीकर बारी-बारी से मेरे साथ में हेड कांस्टेबल वजाराम,कांस्टेबल रमेश और भैराराम ने बारी-बारी से मारपीट करते की।इस दौरान पीड़ित भरत कुमार सोनी पुलिस वालों से बार-बार गुजारिश करता है लेकिन पुलिस वाले उस शख्स को मारते ही गई।
उसके बाद जब 19 फरवरी को करीब 3:00 के आसपास पीड़ित को रानीवाड़ा एसडीएम के समझ जमानत के लिए पेश किया गया।
उस दौरान पीड़ित ने अपने साथ हुई मारपीट को लेकर एसडीएम के समस्त बयान लिए गए।उसके बावजूद भी एसडीएम की ओर से दोषी पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।पीड़ित पत्रकार सोनी ने एसपी सांचौर के समक्ष घटना के तीसरे दिन परिवाद भी दर्ज करवाया मगर घटना के 8 दिन बाद 25 फरवरी को पीड़ित सोनी का मेडिकल करवाया और बयान लिए।
कार्रवाई नहीं होने से क्षुब्ध पीड़ित सोनी ने आखिरकार थक हार कर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और मंगलवार को दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोर्ट में इस्तगासा दायर किया गया।